लोकलाइजेशन के क्षेत्र में कूदने के पहले मैं पत्रकार हुआ करता था और उस दौरान कई लेखकों, कलाकारों के मैंने साक्षात्कार लिए थे. उसी में से एक महत्वपूर्ण साक्षात्कार मैंने नवनीता देव सेन का लिया था, लिटिल मैगजीन की संपादिका उनकी पुत्री के मयूर विहार दिल्ली के आवास पर. आप इसे पढ़ें. उम्मीद है पसंद करेंगे.
पहला भाग:
इतिहास, समाजशास्त्र और साहित्य की रिक्तताओं को भर रही हैं लेखिकाएँ – नवनीता देव सेन
दूसरा भाग:
राजनैतिक महिलाएँ मर्दों के ही खेल खेल रही हैं – नवनीता देव सेन
2 comments:
Sorry for my bad english. Thank you so much for your good post. Your post helped me in my college assignment, If you can provide me more details please email me.
how can i send any details to an anonymous :-)
Post a Comment