पंजाबी कंप्यूटर प्रोग्रामों में प्रयोग किए जाने वाले पंजाबी शब्दों के मानकीकरण की एक जबरदस्त कोशिश है
फ़्यूल पंजाबी मीट। फ़्यूल पंजाबी मीट कार्यक्रम के मेजबान हैं लुधियाना स्थित पंजाबी सहित अकादमी और इसका आयोजन 4-5मार्च को पंजाबी लिनक्स टेक्नालॉजी समूह के सहयोग से
फ़्यूल कर रही है। यह मीट पंजाबी डेस्कटॉप की उपयोगिता को बढ़ाने में निःसंदेह सहायक होगी। पंजाबी भाषा में कंप्यूटिंग शब्दों के मानकीकरण की यह पहली महत्वपूर्ण कोशिश है।
इस सम्मेलन में प्रौद्योगिकी, अनुवाद, स्थानीयकरण, पत्रकारिता, भाषा आदि क्षेत्रों से लोगों के समूह मिल बैठकर उन शब्दों पर चर्चा करेंगे जो प्रयोक्ताओं के सामने में बार-बार उपस्थित होती हैं और सम्मेलन में भाग लेने वाले लोग उन शब्दों पर एक आम सहमति बनाएँगे। ब्राउज़र, ईमेल क्लाइंट, मैसेंजर, ऑफिस सूट, संपादक जैसे बारंबार प्रयोग में आने वाले अनुप्रयोगों से चुने गए करीब 600 शब्दों पर चर्चा और आम सहमति के बाद इसे सार्वजनिक उपयोग के लिए जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद, यह शब्दावली पंजाबी लोकलाइजेशन यानी पंजाबी में कंप्यूटिंग शब्दों के लिए संदर्भ के रूप में काम करेगी।
फ़्यूल पंजाबी मीट के पहले, फ़्यूल सात भाषा के लिए इस प्रकार के आयोजन भारत भर में कर चुका है। फ़्यूल सभी भाषाओं के लिए कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर में मानकीकरण की समस्या से जूझने के लिए लगातार काम कर रही है. फ़्यूल (Frequently Used Entries for Localization) प्रोजेक्ट को वैसे लोगों के समुदाय के द्वारा चलाया जा रहा है जो भाषाई डेस्कटॉप को बेहतर और उपयोगी बनाने को इच्छुक हैं। फ़्यूल प्रोजेक्ट को रेड हैट के द्वारा आरंभ किया गया था और यह छोटी समयावधि में सराय, सी-डैक, नागार्जुन विश्वविद्यालय, इंडलिनक्स, ए.एन.सिन्हा संस्थान, मैथिली अकादमी, गुजराती लेक्सिकन, इनफायनेन इंफोटेक, एनआरसीफ़ॉस, एसआईसीएसआर, गूनीफाय, प्लग, एसएमसी जैसे संस्थानों का समर्थन हासिल किया है और इन संस्थानों ने इस कार्यक्रम के आयोजन में भागीदारी की है। इन शब्दावलियों का उपयोग वर्टाल और पूटल जैसे लोकप्रिय अनुवाद औज़ारों में होने लगा है। फ़्यूल ने शब्दावली के साथ ही अब स्टाइल व परिपाटी गाइड पर भी काम शुरू किया है और हिन्दी में इस गाइड को बतौर बीटा रिलीज भी कर चुका है।