मोज़िल्ला फ़ायरफ़ॉक्स मैथिली कार्यशाला
२९ मई २०१३ को मोज़िल्ला फ़ायरफ़ॉक्स मैथिली कार्यशाला का आयोजन स्वैच्छिक रूप से मैथिली कंप्यूटर के लिए भाषा घर के अंतर्गत काम करनेवाले समुदाय द्वारा किया गया। मोज़िल्ला फ़ायरफ़ॉक्स मैथिली कार्यशाला एक पूर्ण दिवसीय कार्यशाला थी जहाँ इसके लिए काम करनेवाले समुदाय ने कुछ विशेषज्ञों के साथ फ़ायरफ़ॉक्स मैथिली से संबंधित मुद्दों और समस्याओं के बारे में विचार किया। इस कार्यशाला का उद्घटान ए.एन.सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ सोसल स्टडीज के प्रो. अजय कुमार झा ने किया। इस कार्यशाला की मेजबानी सिद्धांत प्रकाशन ने अपने पुनाईचक स्थित कार्यालय में किया।
उद्धाटन वक्तव्य देते हुए प्रो. अजय कुमार झा ने कहा कि यह एक नया तरह का कार्य है। आज के लिए कंप्यूटर टाइपिंग पैड की तरह है। उन्होंने कहा कि केवल भाषा नहीं है बल्कि एक समृद्ध ज्ञान का स्रोत है। पंजाबी, तमिल, नेपाली की तरह यह भाषा दो देशों की भाषा है। उन्होंने कहा कि मैथिली क्षेत्र एक जातीय सौहाद्र का क्षेत्र है। उन्होंने बताया कि हमने यानी मैथिली भाषी क्षेत्र ने मुख्यधारा से अपने को इतना अधिक स्वेच्छा से जोड़ लिया कि हम अपने अस्तित्व को ही छोड़ दिया। यूनेस्को को मैथिली जैसी भाषा को आगे बढ़ाने के लिए आगे आना चाहिए। कंप्यूटर पर मैथिली का आना एक बड़ी उपलब्धि है और इस कार्य का प्रचार प्रसार होना चाहिए। उन्होंने सिद्धांत प्रकाशन के तत्वावधान में हुए इस काम की सराहना की।
इस कार्यशाला में फ़ायरफ़ॉक्स मैथिली ट्रांसलेथन का भी आयोजन किया गया जिसमें फ़ायरफ़ॉक्स मैथिली के लिए काम करनेवाली समुदाय ने फ़ायरफ़ॉक्स के नवीनतम रिलीज के लिए जरूरी बचे अनुवाद कार्य को भी पूरा किया। गौरतलब है कि फ़ायरफ़ॉक्स पहले से ही आधिकारिक रूप से मैथिली में रिलीज किया जा चुका है और सार्वजनिक रूप से निःशुल्क उपयोग के लिए उपलब्ध है। इसके लिए काम कर रहे लोगों ने फ़ायरफ़ॉक्स की मैथिली में उपलब्धता के प्रचार प्रसार के लिए काम करने पर जोर दिया। यह महसूस किया गया कि फ़ायरफ़ॉक्स की मैथिली में मौजूदगी की जानकारी बड़े जन-समुदाय को नहीं है। इसके लिए उपस्थित लोगों ने अनुवाद के लिए जरूरी भाषायी संसाधन, मसलन ट्रांसलेशन स्टाइल गाइड, की उपलब्धता को बढ़ाए जाने पर जोर दिया ताकि अनुवाद की गुणवत्ता में सतत सुधार किया जा सके। इस प्रकार के आयोजन की आवृति बढ़ाए जाने पर कार्यक्रम में जोर दिया गया जिसमें फ़ायरफ़ॉक्स के साथ ही समग्र मैथिली कंप्यूटर की बेहतरी के लिए काम किया जा सके।
उद्धाटन वक्तव्य देते हुए प्रो. अजय कुमार झा ने कहा कि यह एक नया तरह का कार्य है। आज के लिए कंप्यूटर टाइपिंग पैड की तरह है। उन्होंने कहा कि केवल भाषा नहीं है बल्कि एक समृद्ध ज्ञान का स्रोत है। पंजाबी, तमिल, नेपाली की तरह यह भाषा दो देशों की भाषा है। उन्होंने कहा कि मैथिली क्षेत्र एक जातीय सौहाद्र का क्षेत्र है। उन्होंने बताया कि हमने यानी मैथिली भाषी क्षेत्र ने मुख्यधारा से अपने को इतना अधिक स्वेच्छा से जोड़ लिया कि हम अपने अस्तित्व को ही छोड़ दिया। यूनेस्को को मैथिली जैसी भाषा को आगे बढ़ाने के लिए आगे आना चाहिए। कंप्यूटर पर मैथिली का आना एक बड़ी उपलब्धि है और इस कार्य का प्रचार प्रसार होना चाहिए। उन्होंने सिद्धांत प्रकाशन के तत्वावधान में हुए इस काम की सराहना की।
इस कार्यशाला में फ़ायरफ़ॉक्स मैथिली ट्रांसलेथन का भी आयोजन किया गया जिसमें फ़ायरफ़ॉक्स मैथिली के लिए काम करनेवाली समुदाय ने फ़ायरफ़ॉक्स के नवीनतम रिलीज के लिए जरूरी बचे अनुवाद कार्य को भी पूरा किया। गौरतलब है कि फ़ायरफ़ॉक्स पहले से ही आधिकारिक रूप से मैथिली में रिलीज किया जा चुका है और सार्वजनिक रूप से निःशुल्क उपयोग के लिए उपलब्ध है। इसके लिए काम कर रहे लोगों ने फ़ायरफ़ॉक्स की मैथिली में उपलब्धता के प्रचार प्रसार के लिए काम करने पर जोर दिया। यह महसूस किया गया कि फ़ायरफ़ॉक्स की मैथिली में मौजूदगी की जानकारी बड़े जन-समुदाय को नहीं है। इसके लिए उपस्थित लोगों ने अनुवाद के लिए जरूरी भाषायी संसाधन, मसलन ट्रांसलेशन स्टाइल गाइड, की उपलब्धता को बढ़ाए जाने पर जोर दिया ताकि अनुवाद की गुणवत्ता में सतत सुधार किया जा सके। इस प्रकार के आयोजन की आवृति बढ़ाए जाने पर कार्यक्रम में जोर दिया गया जिसमें फ़ायरफ़ॉक्स के साथ ही समग्र मैथिली कंप्यूटर की बेहतरी के लिए काम किया जा सके।
जय प्रकाश, मनोज कुमार, प्रभास रंजन, ब्रजराज कुमार, राकेश कुमार, प्रतिभा कुमारी, निवेदिता कुमारी और हृदयानंद झा ने कार्यशाला में भाग लिया और अपना विचार व्यक्त किया. इस कार्यशाला की समाप्ति राकेश रोशन के धन्यवाद ज्ञापन से हुई।