tag:blogger.com,1999:blog-3840623483245781202.post206668985474822092..comments2023-06-04T06:50:54.343-07:00Comments on क्रमशः: ओपनऑफिस : परिचय व लोकलाइजेशन प्रक्रियाराजेश रंजन / Rajesh Ranjanhttp://www.blogger.com/profile/15310463848810212552noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3840623483245781202.post-33625380565058558072008-04-08T23:49:00.000-07:002008-04-08T23:49:00.000-07:00शुक्रिया आलोकजी, मैं एक पुस्तक लिख रहा था जिसे प्र...शुक्रिया आलोकजी, मैं एक पुस्तक लिख रहा था जिसे प्रिंट में छापा जाना है तो वहां से मैंने सीधे यहां चेप दिया...अब ध्यान रखूंगा.राजेश रंजन / Rajesh Ranjanhttps://www.blogger.com/profile/15310463848810212552noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3840623483245781202.post-35772768227598375842008-04-08T23:25:00.000-07:002008-04-08T23:25:00.000-07:00अपने लेख की कड़ियों को ज़िन्दा करने के लिए उनके आग...अपने लेख की कड़ियों को ज़िन्दा करने के लिए उनके आगे पीछे <a href="http://example.com">example.com<a> उढ़ा दें, ताकि वे ऐसी दिखें - <A HREF="http://example.com" REL="nofollow">example.com</A>।<BR/><BR/>vi में हिन्दी में लिख पाने के बारे में कुछ जानकारी है क्या?आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3840623483245781202.post-76180012373675065892008-04-08T20:59:00.000-07:002008-04-08T20:59:00.000-07:00आपका यह कार्य हिन्दीजगत और मुक्तस्रोत के समर्थकों ...आपका यह कार्य हिन्दीजगत और मुक्तस्रोत के समर्थकों के द्वारा प्रशंशा का अधिकारी है। भारत जैसे देश के लिये मुक्त स्रोत साफ्टवेयर वरदान साबित हो सकते हैं।अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.com